मेरे मेहबूब | Hindi Romantic Poem For Your Love
आँचल हवा में लहरा के,
मेरे मेहबूब का चलना।
जैसे लहरों पे कश्ती का,
सागर से मिलना।
हिंदी के लिए हमे डायल करे
आँचल हवा में लहरा के,
मेरे मेहबूब का चलना।
जैसे लहरों पे कश्ती का,
सागर से मिलना।
इज़हार ए मुहब्बत हम क्या करे,
बातें हजार हो आँखों से।
जब सामने है वो,
जुबां, दो बातें भी बया न करें।
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