मुर्दाघर और जिन्दा लाश
मुरदाघर का नाम सुन के शेखर डर गया। उसको सहमा देख के शम्भू बोला, “येही वजह से मैं पैसे कमाई कर रहा हु। सभी लोग डरते हैं वहां जाने को। इसलिए कोई नहीं मिलता काम करने को। मैं करता हु तो मुझे पैसा भी बढ़िया मिलता हैं। मैं दारु लेके जाता हु और पीके सो जाता हु। मुरदों के साथ, मुरदा घर में।”
मुर्दाघर और जिन्दा लाश आगे पढिये