सैनिक | Short Poem On Sainik In Hindi
मेरा देश मुझे पुकारे,
होशियार हो दुश्मन तू।
सरहद संभाल खड़ा है,
भारत माँ का सैनिक हु।
हिंदी के लिए हमे डायल करे
मेरा देश मुझे पुकारे,
होशियार हो दुश्मन तू।
सरहद संभाल खड़ा है,
भारत माँ का सैनिक हु।
हाथ हातों में लेके,
चलना था।
दुनियां की रंगत,
तुम्हारे साथ देख लेते।
अगर तुम रुक जातें तो…
नीलाक्षी अपने माँ बाप की एकलौती संतान थी। पैसा नहीं था पर उसको बहोत प्यार से पाला था। नीलाक्षी को घर में सब नीला कहते थे। उसका ये नाम उसकी आँखों की वजह से पड़ा। उसकी आंखे आसमान की तरह नीली थी। लोग कहते थे की इसके लिए कोई राजकुमार ही ढूंडना होगा शादी के लिए। इतनी वो सुंदर थी।
नीला -एक लड़की के संघर्ष की कहानी आगे पढियेरात का शायद दूसरा पहर चल रहा था। इतनी रात को न जाने कहा से एक गाड़ी बहोत ही ज्यादा स्पीड से आती हुई दिखाई दे रही थी। वो गाड़ी उस मोड़ से अब गुजरने वाली थी,की अचानक ब्रेअक्स के लगने की आवाज आयी।
“कर्र…. र….र…….।
घर के बरामदे में,
जहा रखा था कुछ सामान।
वही पड़ा था धुल में,
वो संदूक पुराना सा।
तुम्हे याद है? वो बचपन के दिन,
जब हम सब साथ में हुआ करते थे।
झमाझम बारिश में हाथ हाथों में लेकें,
गाँव की गलियों में घुमा करते थे।
हम सब बड़े हुए। बचपन भी कही खो गया। पिताजी ने धुप में मुझे बांधा तो नहीं लेकिन सुनहरी धुप ने मेरे दिल में हमेशा के लिए घर बना लिया था।
सुनहरी धुप | Interesting Childhood Stories To Cherish Lifetime आगे पढियेकभी किलकारियां गूंज उठती थी,
रोज कानोमें जगाने को।
आज शाम भी दस्तक नहीं देती,
बत्तियां लगाने को।
गली के उस कोने से आवाज आयी,
सुना है किसी के नाम की चिट्ठी आयी।
मन मोर बन के नाचने लगे,
लगा जैसे बिन बादल बरसात आयी।
सुना है किसी के नाम की चिट्ठी आयी।
तुम्हारा गुलशन होना,
हमें ये है सिखाता,
जिंदगी भले ही बेरंग हो,
गुलमोहर जरुर है खिलता।