
मौजूद – डरावनी भूत की कहानी
मौजूद – वो अमावस की रात थी। हम भी जल्दी खाके सोने जा रहे थे। तभी बाहर शोर सुनायी दिया। लोग खेतों की तरफ भागने लगे। हम भी पीछे गए।
मौजूद – डरावनी भूत की कहानी आगे पढियेहिंदी के लिए हमे डायल करे
मौजूद – वो अमावस की रात थी। हम भी जल्दी खाके सोने जा रहे थे। तभी बाहर शोर सुनायी दिया। लोग खेतों की तरफ भागने लगे। हम भी पीछे गए।
मौजूद – डरावनी भूत की कहानी आगे पढियेआँचल हवा में लहरा के,
मेरे मेहबूब का चलना।
जैसे लहरों पे कश्ती का,
सागर से मिलना।
कई ख्वाब सजाये है,
हमने तुम्हारे लिए।
बन जाओ तुम हमसफ़र,
हमारे लिए।
याद है तुम्हे,
वो पहली मुलाकात।
जब हो रही थी बारिश,
और हम थे साथ साथ। ..
दिल ने एक बार जरुर कहा होगा,
काश! मैं और तुम कभी हम बन जाये।
दूर कही बादलों पे,
हों बसेरा मेरा।
साराँ जहा खोजता फिरू,
कहें दिल परिंदा मेरा।
हम कभी कोइ कहानी सुनते है और उसका अंत पता न चले तो कुछ अधुरा सा लगता है।
ऐसे ही कुछ किस्से…अधूरी सी कहानी के…
शापित होटल – हमारे यहाँ पुराने ज़माने से भुत,पिशाचोंके बारे में कई कहानिया सुनी सुनाई जाती है। हम कुछ बातों को गौर करते है तो किसीको मजाक में लेके भूला देते है। पर कुछ ऐसे ही भुला दी हुई पिशाचों की बात जब अचानक से सामने आती है तो डर क्या होता है,पता चल जाता है।
शापित होटल | Scary Haunted Horror Story In Hindi आगे पढियेइंतज़ार पर कविता – काश! तुम आते
बेजान शांखों पर,
शायद फूल खिल जाते।
सूखे दरखतों में,
कोई गीत बजने लगता। intezar shayari
ना किसी से कोई शिकायत,
ना गम दिल टूटने का है।
मत कर ऐ दिल कोई गुजारिश,
अब दोस्ती तनहाई से है।
कुछ ख़्वाब थे अधूरे,
करने थे वो पुरे,
उनके ख़ातिर…
मैं चलता हूँ…
Best Poem On Dreams In Hindi, Mai Chalta Hu