
शोर । अधूरे सपनो की कविता
ऐ खुदा!!! आज पूछता हु तुझे,
मेरे मन में ये कैसा शोर हैं?
दिल आज भी भटकता हैं,
जैसे मेरी मंजिल कही और हैं।
हिंदी के लिए हमे डायल करे
ऐ खुदा!!! आज पूछता हु तुझे,
मेरे मन में ये कैसा शोर हैं?
दिल आज भी भटकता हैं,
जैसे मेरी मंजिल कही और हैं।
माँ की उम्मीद पर हिंदी कविता – मन में उसकी मूरत उतर चुकी थी,
एक माँ की उम्मीद अब सच हो चुकी थी।
उसको गोद में लेकर के वो,
आज लोरियां गा रही थी।