सच्चे दोस्त – मकड़ी और चिड़िया | Dosti ki dastan | Best short Hindi story for kids on friendship

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एक बगीचे में बड़ा सा बरगद का पेड़ (banyan tree) रहता है, सारे बगीचे में वो सबसे बड़ा था| रोज शाम को बहोत से पंछियों का वहा बसेरा होता है| देर रात तक पेड़ पर पंछियों की आवाज सुनाई देती रहती है| सारे पंछी मिलजुल के साथ में रहते थे| सुबह होते ही खाने की तलाश में निकल जाते थे|

उसी पेड़ पर भोलू नाम की एक मकड़ी और रिंकू नाम की चिड़िया रहती थी| दोनों में काफी गहरी दोस्ती थी| पेड़ पर रहने वाले सभी पंछी उनकी दोस्ती की मिसाल देते थे|

एक दिन जब चिड़िया अपने घोंसले में आराम कर रही थी तभी एक बाज वहा से उड़ रहा था| उड़ते हुए उसने चिड़िया को देख लिया था| अपना शिकार मिलने की ख़ुशी में वो पेड़ के ऊपर मंडरा रहा था|

ये सब भोलू मकड़ी देख रहा था| वो अपना जाला बना रहा था| उसने देखा की रिंकू चिड़िया की जान खतरे में है|

भोलू ने बिना बताये रिंकू के घोंसले के ऊपर जाल बन दिया| ताकि बाज के हमले से चिड़िया बच सके|

थोड़ी देर में शाम होने वाली थी| इतने में बाज ने जोर से चक्कर लगा के चिड़िया के ऊपर हमला कर दिया|

भोलू मकड़ी ने जो जाल बनाया था वो उसकी आँखों पे चिपक गया| और वो जोर से पेड़ से टकराया|

बाहर का आवाज सुन के रिंकू चिड़िया भी छुप गयी| आज रिंकू की जान बच गयी थी|

बाज जैसे तैसे वहा से उड़ भागा| रिंकू ने देखा के मकड़ी का जाला बाज की आँखों में अब भी चिपका हुआ था|

वो समझ चुकी थी की ये भोलू ने ही किया है|

तबसे भोलू और रिंकू की दोस्ती और भी पक्की हो गयी|

सिख  :- दोस्ती में हमेशा अपने दोस्त का साथ देना चाहिए| कठिनाई में जो साथ दे, वही सच्चे दोस्त होते है|

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