पतझड़ के मौसम के बाद जब सावन आता है, हर तरफ सुहाना सा आलम होता है। वैसे ही किसी के जीवन में आने के बाद दुनिया ही बदल जाती है।वोही अगर हमसफ़र बन जाये तो बात ही क्या?
वैसे ही जब प्यार किसीसे होता है तो ऐसे सेकड़ो ख्याल आते है…
रूखे से सर्द मौसम में,
जैसे बहार आ गयी।
तुम जो आये मेरे जीवन में,
खुशियों की बारात आ गयी।
लम्हा जैसे रुक सा जाता है,
जब तुम मिलने आती हो।
सदियों सा लगता है इंतजार,
जब तुम वापस मुड़ती हो।
क्या प्यार इसी को कहते है?
रातों को नींद नहीं और दिन को चैन!
तुम्हारा ही नाम लेते रहता हु,
मैं हर दिन रैन।
दीदार तेरा पाने को,
होती है सुबह हमारी।
शाम सी बढती जाती है,
ये याद तुम्हारी।
कई ख्वाब सजाये है,
हमने तुम्हारे लिए।
बन जाओ तुम हमसफ़र,
हमारे लिए।